हर मां का सपना होता है कि वह अपने बिटियां की शादी ऐसी जगह कराएं जहां वह खुश रहे और किसी चीज की कमी बिटियां को न हो इसके लिए वह अच्छे से अच्छा वर अपनी बिटियां के लिए तलाश करते है। लेकिन हमारे समाज में भले हम लगातार मार्डन होते जा रहे हो लेकिन दहेज के दंश से अपनी बेटियों को नहीं बचा पा रहे है। जितना अच्छा दुल्हा उतनी ही मोटी बोली लोग लगाते है और लड़की के मां बाप अपनी बिटिया का भविष्य देखते हुए चुपचाप दहेज लोभियों के जाल में फंस जाते है उनकी यह मांग बढ़ती रहती है नतीजा या तो बारात लौट जाती है या फिर बाप बेटी किसी फंदे में लटकते हुए मिलते है। ऐसा ही कुछ दहेज लोभियों ने कासगंज के गंजडुंडवारा कस्बे में एक परिवार के साथ किया लेकिन वहां लड़की ने जो किया उससे सभी लड़की को शबाशी दे रहा है जाने क्यों
दरअसल दिल्ली के मंगोलपुरी का दूल्हा शनिवार की देर रात अपनी बारात लेकर गंजडुंडवारा के एक मैरिज होम में आया था। बारात का भव्य स्वागत सत्कार किया गया। लेकिन वरमाला के वक्त लड़की ने अचानक दुल्हे के गले में माला डालने से इंकार कर दिया। यह बात पता चलते ही बरातियों में काफी हलचल शुरु हो गई। दुल्हा दुल्हन के पक्ष के लोग आपस में बातचीत कर मसले को हल करने में लग गए लेकिन मसला हल नहीं हुआ और मौके पर पुलिस को आना पड़ा वहीं सुबह बारात बिना शादी और दुल्हन के लौट गई। चलिए अब आपको बताते है कि दुल्हन ने ऐसा क्यों किया
13 जनवरी को दोनो का लग्न दिल्ली के एक गेस्ट हाऊस में हुआ। दुल्हा के पक्ष वालो के मुताबिक दोनो दुल्हन पक्ष वालो ने दान दहेज दिया लेकिन लगातार उनकी मांग बढ़ती जा रही थी। वर पक्ष पांच लाख रुपये की और मांग करने लगे। दुल्हन को भी दूल्हा फोन पर बातों में दहेज को लेकर धमकियां आने लगी जिसके बाद दुल्हन इस नाजुक स्थिति में शादी न करने का फैसला किया। शादी नहीं करने के फैसले के बारे में दुल्हन ने बताया ‘फोन पर भी होने वाला दूल्हा शादी से पहले दहेज की मांगों को लेकर तरह-तरह की धमकी देने में लगा था, इस तरह की स्थिति शादी से पहले ही सामने आ गई तो ऐसे दूल्हे से शादी करना कतई उचित नहीं था, इसलिए शादी करने से इंकार कर दिया।’