मोबाइल फोन मौजूदा दौर की जरूरत बन गया है। बिना मोबाइल फोन लोगो के कई काम अटक जाते है। ऐसे में मोबाइल फोन बहुत जरूरी हो गया है लेकिन इस मोबाइल फोन के जितने फायदे है उतने ही उसके नुकसान है। मोबाइल फोन से छेड़खानी करना एक लड़के को महंगा पड़ गया। मोबाइल की बैटरी फट जाने से उसके दाहिने हाथ की हथेली उड़ गई। उसे गंभीर हालत में रविवार की रात को बुर्ला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना रविवार को बलांगीर जिला के ल़ोर्ईंसघा थाना अंतर्गत कंदाजुरी गांव की है।

गांव के सुशील तांडी का आठ वर्षीय पुत्र आदर्श तांडी रविवार को अपने पिता का मोबाइल फोन लेकर गेम खेल रहा था। तभी अचानक मोबाइल में विस्फोट हुआ और आदर्श के दाहिने हाथ की हथेली उड़ने के साथ उसकी जांघ भी जख्म हो गई है। आदर्श को तुरंत इलाज के लिए ल़ोर्ईंसघा अस्पताल ले जाया गया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बुर्ला अस्पताल रेफर किया गया। आदर्श गांव के ही स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता है।
ओडिशा में पहले भी मोबाइल फोन के फटने से युवक की मौत हो चुकी है। ये घटना जगतसिंहपुर जिले की थी। मृतक कुना एक मजदूर था, घटना उस समय हुई जब रात के समय वह मोबाइल को चार्र्जिंग पर लगाकर सो रहा था, अचानक मोबाइल फट गया, इस बात की जानकारी तब हुई जब साथ में सो रहे और मजदूरों की नींद खुली उन्होंने कुना के कमरे से धुंआ निकलते हुए देखा , अंदर जाकर देखा तो कुना का चेहरा और अन्य अंग जल गये थे और उसकी मौत हो गई थी। मजदूरों ने इस घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी।
आज हर व्यक्ति मोबाइल का प्रयोग कर रहा है ऐसे में बाजार में असली के साथ-साथ नकली चार्जर और बैटरी भी धड़ल्ले से बिक रहे हैं जो कम दामों में ही उपलब्ध हो जाते हैं। लेकिन इनकी क्वालिटी काफी खराब होती है जिससे मोबाइल के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है और कई बार मोबाइल फट भी जाता है।

मोबाइल फोन इस्तेमाल करते वक़्त इन बातों का रखें ध्यान
- अपने मोबाइल फोन को चार्जिंग पर लगाते समय अपने से दूर रखें और इस बात का भी हमेशा ध्यान रखें की वहां पर किसी प्रकार का कोई कपड़ा न हो।
- फोन की बैटरी बदलवानी हो तो हमेशा ऑरिजनल ही खरीदें। सस्ती बैटरी के चक्कर में न पड़ें।
- मोबाइल प्रयोग करते समय अगर गरम हो रहा है तो उसका इस्तेमाल न करें, नॉर्मल होने पर ही प्रयोग में लायें।
- मोबाइल को कभी भी अपने तकिये के नीचे न लेकर सोये इससे डिवाइस का तापमान तो बढ़ता ही है, साथ ही डिवाइस पर दबाव भी पड़ता है। देर रात को वॉट्सऐप चेक करने के की वजह से अक्सर लोग इसे तकिए के नीचे रखकर सो जाते हैं जो कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है।