हर बार बजट आने बाद चर्चा होती है कि बजट किसके लिए अच्छा आया किसके लिए खराब रहा है। क्या महंगा हुआ क्या सस्ता हुआ। जनता के हिसाब से ऐसा होना चाहिए वैसा होना चाहिए हमारे प्रधान मंत्री ने इन सवालो को ही खत्म कर दिया है। उन्होने इस सत्र में आने वाले बजट के लिए जनता को आमंत्रित कर उनसे सुझाव मांगा है। यानी बजट जनता के अनुसार होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए वित्त वर्ष के लिये संसद में पेश किये जाने वाले केन्द्रीय बजट के लिए आम लोगों से विचार और सुझावों को मांगा है। मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘केंद्रीय बजट 130 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है और भारत को विकास की दिशा में आगे बढ़ता है। मैं आप सभी को ‘मेरी सरकार’ के इस वर्ष के बजट के लिए अपने विचारों और सुझावों को साझा करने के लिए आमंत्रित करता हूं।’
इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने ट्वीट ‘मेरी सरकार का केन्द्रीय बजट’ पोस्ट को भी साझा किया जिसमें उन्होने किसानों, शिक्षक और अन्य लोगों से विचार भेजने की अपील की है। 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। मोदी सरकार दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पेश फरवरी में पेश कर सकती हैं।
अपने केंद्रीय बजट से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार अपने कार्यालय में देश के दस शीर्ष कारोबारियों से मुलाकात कर एक बैठक की , इस बैठक में देश के सबसे बड़े समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज, वेदांता, टाटा समूह, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अडानी और भारती एंटरप्राइजेज शामिल हुए हैं। इस र्बैठक में पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था में सुधार व रोजगार सृजन व विकास दर में बढ़ोतरी पर बातचीत की।दो घण्टें से ज्यादा देर चली इस बैठक में वर्तमान आर्थिक परिदृश्य और विकास, खपत, रोजगार, और अर्थव्यवस्था, औद्योगिक वृद्धि को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई।