चेंज सिक्कों को आजकल कोई नहीं लेना चाहता। देखा जाए तो चिल्लर की अधिकता से हर कोई परेशान है, चाहे वह व्यापारी, ग्राहक यार फिर खुद बैंक वाले हों। और तो और मंदिर में भी दान पेटी पर लिखा होता है “कृपया टूटे पैसे न डालें”। हम सब के साथ अक्सर ऐसा हुआ है जब दुकान दार ने चिल्लर के बदले हमें टाफी थमा दी है। लेकिन कैसा हो अगर कोई पूरी ज़िंदगी भर चिल्लर ही जमा करे तो? आज हम ऐसे ही एक शख़्स के बारे में बात कर रहे हैं, चीन के रहने वाले इस शख्स ने पूरे जीवन 900 किलो चिल्लर जमा कर लिए।
और तो और इस शख्स ने सिर्फ चिल्लर ही जमा नहीं किये बल्की इन्ही सिक्कों का इस्तेमाल उसने पेमेंट करने के लिए भी किया।
हम सभी की चाहत होती है अपनी ज़िंदगी में एक बड़ी लक्सरी गाड़ी खरीदने की, लेकिन हम में से बहुत ही काम लोग होते हैं जो इस सपने को पूरा कर पाते हैं। लेकिन कुछ लोग हमारे बीच ऐसे भी है जो अपने सपनो को पूरा करने के लिए पायी-पायी जोड़ते हैं और गाड़ी खरीद भी लेते हैं। चीन के रहने वाले इस व्यक्ति का सपना था बड़ी गाड़ी में घूमने का लेकिन पैसे न होने की वजह से अपना सपना नहीं पूरा कर पाया। लेकिन इसने धीरे धीरे चिल्लर जमा करना शुरू किया और एक दिन गाड़ी खरीदने पहुंच गया।
यह शख्स गाड़ी के शोरूम ट्रक में सिक्के लेकर पंहुचा जिसे देख कर हर कोई हक्का-बक्का रह गया और अपना सर पकड़ लिया। मैनेजर के सामने अपनी इच्छा रक्खी तो पहले मैनेजर ने इतने सारे सिक्के लेने से मन कर दिया। लेकिन जब इस शख्स ने अपनी कहानी बताई तो मैनेजर का दिल पिघल गया और वह उसे गाड़ी देने को तैयार हो गया। लेकिन सबसे पड़ी दिक्कत आ रही थी की इतने पैसे गिने कैसे जायेंगे।
मैनेजर ने थोड़ी देर बाद बैंक को फ़ोन कर लगभग 11 कर्मचारी बुलाये गए, सबने मिल कर लगभग 10 घंटे तक सिक्के गिने और गिनती ख़तम हो जाने के बाद सबने ताली बजायी। गिनती पूरी हो जाने के बाद गाडी की चाभी इस शख़्स को सौंप दी गयी।
यह शख्स पेशे से बस ड्राइवर था और इसे गाड़ी खरीदने की सनक सवार थी, लेकिन पैसे न होने की वजह से इसका सपना अधूरा सा था तो इसने चिल्लर इकठ्ठा करना शुरू किया। इसको अंदाज़ा भी नहीं था की इसके पास एक दिन इतने सिक्के इकठ्ठा हो जायँगे।