बात बड़ा न भैय्या सबसे बड़ा रूपया मौजूदा दौर ने इस कहावत को सर्थाक कर दिया है। अपनी लाइफ को और बेहतर बनाने के लिए इंसान पैसो का भूखा हैं। पैसो को पाने के लिए लोग अपने रिश्तेदार का खून तक कर देते है। ताकि उसकी जेब भर सके। पैसो को देखकर ज्यादातर लोगो का ईमान डोल जाता है और जब बात लाखों रूपयों की हो जो बिना मेहनत मिल जाएं तो कौन उसे नहीं पाना चाहेगा। लेकिन एक कर्ज से भरे ड्राईवर को दस लाख रूपयों से भरा बैग मिला तो उसने ऐसा हैरान कर देने वाला काम कर दिया जिसे हम और आप सोच भी नहीं सकते।
अगर आपको पैसो की जरूरत हो तो और आपको कहीं 10 लाख रुपयों से भरा बैग मिल जाए तो आप उस बैग का क्या करेंगे? जाहिर सी बात हैं ऐसी स्थिति में हम में से कई लोगो का पैसा देखकर मन डोल जाएगा और चोर हावी हो जाएगा और हम बिना किसी को बताए वो पैसो से भरा बैग रख लेंगे। हा दय लेकिन हर किसी की सोच ऐसी नहीं होती हैं. इस देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं इंसान एक जैसा नहीं होता है कुछ लोग ईमानदार और खुद्दार होते हैं। उन्हें अपनी मेहनत पर भरोसा होता है और हराम की कमाई नहीं जमती हैं। आज हम आपको एक ऐसा ही एक ऑटो ड्राईवर का किस्सा सुनाने जा रहे हैं जो हम सभी के लिए एक बेहतरीन मिसाल बन गया है।
ये घटना हैदराबाद शहर की है। जहाँ जे रामुलु नाम का एक शख्स नलगोंडा जिले के देवराकोंडा का रहने वाला हैं। यह शख्स ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट पालता है। एक दिन उसके ऑटो में दो लोग बैठे। इनके पास एक बैग था। कुछ देर के बाद रामुलु ने इन दोनों को उनकी बताई लोकेशन पर छोड़ दिया। कुछ देर बाद उसे पता चला कि ये दोनों उसके ऑटो में एक बैग भूल गए हैं। उसने जब बैग खोला तो उसके होश उड़ गए। इस बैग में ढेर सारे रुपए थे, जिनकी कीमत 10 लाख रुपए थी।
पहले तो रामुलु इतने सारे पैसे देखकर डर गया लेकिन फिर उसने हिम्मत जुटाई और बिना किसी देरी के वापस उसी स्थान पर गया जहाँ उसने उन दोनों यात्रियों को उतारा था। उधर ये दोनों बंदे भी इस बात को लेकर परेशान थे कि आखिर उनका पैसो से भरा बैग कहाँ गूम हो गया। उन्होंने इस खोए पैसो को लेकर पुलिस में कम्प्लेन की। तभी थोड़ी देर में ऑटो ड्राईवर उनतक पहुंच गया। और उनके पैसे वापस कर दिए।
उसने बताया कि उसने बैंक से 1.5 लाख रुपए का लोन ले रखा हैं। ऐसे में वो चाहता तो इस पैसो को अपने पास रख आराम से एन्जॉय कर सकता था। वो इन पैसो से ज्यादा से ज्यादा कुछ साल एन्जॉय करता लेकिन उसका जमीर जिंदगी भर इसके लिए उसे कोसता रहता। इसलिए उसने किसी और का नुकसान कर खुद एन्जॉय करना सही नहीं समझा और पैसो से भरा बैग लौटा दिया।
रामुलु की इस इमानदारी से बैग का मालिक इतना खुश हुआ कि उसने इनाम के तौर पर उसे 10 हजार रुपए दे दिए। इस तरह रामुलु को अपनी इमानदारी का फल हाथो हाथ ही मिल गया।