शादी हर किसी की ज़िंदगी का बेहद ख़ास दिन होता है| आपने अक्सर यह देखा होगा की पति हमेशा पत्नी से उम्र में बड़ा होता है| कभी कभी तो ये फ़ासला कई सालों का होता है| पर क्या आप यह जानते है की ये क्यों जरूरी है?
दरअसल इसके पीछे कुछ मुख्य कारण है, ऐसा माना जाता है कि लड़कियाँ लड़कों से ज्यादा मैच्योर होती हैं| इसीलिए पत्नियाँ पति से उम्र में हमेशा छोटी होती है| इसका एक यह भी एक कारण है की महिलाओ में समय के साथ हार्मोन चेंज होते रहते है और वो पुरुषों के मुकाबले जल्द ही उम्रदराज लगने लगती हैं, और लड़की जल्दी ही अपने पति से उम्र में बड़ी न लगने लगे, इसीलिए हमेशा लड़के के परिवार वाले अपने बेटे से उम्र में छोटी लड़की की ही तलाश में रहते है|
लड़कियाँ लड़कों से पहले ही मैच्योर हो जाती है, इसीलिए अगर लड़का और लड़की दोनों ही समान उम्र के होंगे तो दोनों की सोच में बहुत अंतर होगा और इससे उनके आपसी सम्बन्ध भी ख़राब हो सकते है| जिसके कारण दोनों के बीच लड़ाइया शुरू हो जाती है| और आपसी ताल-मेल में बहुत दिक्कतें आने लगती है| इसी वजह से शादी के वक़्त लड़के और लड़की की उम्र पे काफी ध्यान दिया जाता है|
एक रिसर्च के मुताबिक़ ऐसा माना गया है की अगर लड़का लड़की से उम्र में 2 या 3 साल बड़ा होता है तो दोनों का गृहस्थ जीवन अच्छे से बीतता है| पर आज कल के समय में तो लड़के और लड़कियाँ अपने ही उम्र के जीवन साथी की तलाश में रहते है| और उनके परिवार वाले भी यही करते है| यही कारण है की आपने देखा होगा की कई जोड़े तो शादी के कुछ दिन बाद ही आपस में लड़ने लगते है| उनके बीच मतभेद शुरू हो जाते है| और कई बार तो रिश्ता टूटने के कगार पे भी आ जाता है|
बस यही कारण है की लड़के को हमेशा अपने उम्र से छोटी लड़की से शादी करनी चाहिए इस से उनके रिश्ते में कोई बाधा नहीं अयेगी और दोनों का गृहस्थ जीवन भी बहुत प्रेम से बीतेगा|