भारतीय क्रिकेट के कैप्टन कूल स्टार क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने इंटरनेशनल क्रिकेट की दुनियां में अपने शानदार पन्द्रह साल पूरे कर लिये है। भले ही आज धोनी ने एक साल से क्रिकेट से किनारा कर लिया हो। लेकिन अभी भी उनके फैंस को उम्मीद है कि धोनी का बल्ला एक बार फिर हवा उड़ेगा और चौके छक्के लगाएगा। क्योंकि अभी तक धोनी ने भी अभी तक अपने संयास पर चुप्पी साथ सबसे नए साल का इंतजार करने के लिए कहा है। अब आने वाला साल धोनी के फैंस के लिए खुशियां लेकर आएगा या फिर उनके संयास की निराशा यह तो वक्त ही बताएंगा। फिलहाल हम आपको यहां उनके पन्द्रह साल के क्रिकेट रिर्काड के बारे में बताने जा रहें है। जो अभी तक कोई भी तोड़ नहीं सका है।
15 साल में उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वो किसी और खिलाड़ी के लिए हासिल कर पाना काफी मुश्किल है। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को तीन बार आईसीसी ट्रॉफी जिताई हैं और दुनिया का कोई भी कप्तान ऐसा नहीं कर सका है। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी जीती है। रांची के विकेटकीपर बल्लेबाज ने बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में सौरव गांगुली की कप्तानी में इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत की। वो सभी फॉरमैट में मिलाकर 17266 रन बना चुके हैं। 38 साल के धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 खेले हैं। वो विकेट के पीछे 829 बल्लेबाजों को शिकार बना चुके हैं। धोनी ने भारत को 2011 वर्ल्ड कप जिताया जिसके फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ उनका छक्का क्रिकेट फैन्स की सुनहरी यादों में शुमार हो चुका है।

धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में सीमित ओवरों की सबसे सफल टीम बनी। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट और वनडे रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंची। धोनी ने आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को तीन बार खिताब और दो चैम्पियंस लीग खिताब दिलाए हैं। भारत के लिए आखिरी मैच उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल खेला था। संन्यास के सवाल पर उन्होंने हाल ही में कहा था, ‘जनवरी तक मुझसे कुछ मत पूछिए।’